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Adani Wilmar Shares down by 7% today market cap

Adani Wilmar Shares down by 7% today market cap -अडानी विल्मर के शेयर का मार्केट कैप आज 7% नीचे आ गया .

Adani Wilmar Shares

Adani Wilmar Shares down by 7% today market cap -अडानी विल्मर के शेयर का मार्केट कैप आज 7% नीचे आ गया .

अदानी विल्मर के शेयर 7% गिरे, अदानी ग्रुप के एफएमसीजी व्यवसाय से बाहर होने के एक दिन बाद
अदानी विल्मर, भारत के फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी, हाल ही में अपने शेयर मूल्य में बड़ी गिरावट का सामना कर रहा है। इसका कारण अदानी ग्रुप का FMCG जॉइंट वेंचर से बाहर होने का फैसला है। 30 दिसंबर 2024 को, अदानी ग्रुप ने अपनी पूरी 43.94% हिस्सेदारी सिंगापुर स्थित विलमार इंटरनेशनल को लगभग $2 बिलियन में बेचने की घोषणा की।

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बाजार की प्रतिक्रिया
इस घोषणा के तुरंत बाद अदानी विल्मर के शेयरों में भारी गिरावट आई। 31 दिसंबर 2024 को, कंपनी के शेयर बीएसई पर 8% तक गिरकर ₹303.30 पर पहुंच गए। इस गिरावट ने फॉर्च्यून ब्रांड के कुकिंग ऑयल निर्माता की बाजार पूंजी को ₹40,000 करोड़ से नीचे कर दिया।

हिस्सेदारी बिक्री का विवरण
अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL), जो AWL में 43.94% हिस्सेदारी रखती थी, ने विलमार इंटरनेशनल को अपने 31.06% शेयर ₹305 प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर बेचने का फैसला किया। यह कीमत पिछले क्लोजिंग प्राइस से 7.2% कम थी। शेष लगभग 13% हिस्सेदारी को खुली बाजार में बेचा जाएगा ताकि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

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Adani Political connection

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रणनीतिक उद्देश्य
अदानी ग्रुप का AWL में अपनी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय इसके मुख्य बुनियादी ढांचे के व्यवसायों जैसे ऊर्जा, परिवहन, और लॉजिस्टिक्स पर ध्यान केंद्रित करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। इस बिक्री से प्राप्त धनराशि इन मुख्य क्षेत्रों में विकास को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाएगी।

अदानी विल्मर के लिए प्रभाव
विलमार इंटरनेशनल के प्रमुख हिस्सेदार बनने के साथ, अदानी विल्मर में स्वामित्व संरचना में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। यह परिवर्तन 31 मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद अदानी ग्रुप के नामित निदेशक, जैसे प्रणव वी. अदानी और मलय महादेविया, बोर्ड से इस्तीफा देंगे।

उद्योग की स्थिति
अदानी विल्मर भारत के FMCG बाजार में विशेष रूप से खाद्य तेल और खाद्य सामग्री क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहा है। हालांकि, कंपनी को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जैसे कि खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट के कारण 41% की परिचालन आय में कमी और इसके बांग्लादेश सहायक कंपनी में नुकसान।

AWL shares price

निवेशकों के लिए चिंताएं
अदानी ग्रुप के बाहर होने के फैसले पर बाजार की प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि निवेशक अदानी विल्मर के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, विलमार इंटरनेशनल की बढ़ी हुई हिस्सेदारी नई रणनीतियों और संभावित विकास के अवसर ला सकती है, लेकिन तत्काल अनिश्चितता ने निवेशकों में बेचैनी बढ़ा दी है।

निष्कर्ष
अदानी ग्रुप का अदानी विल्मर से बाहर होना कंपनी के भविष्य के लिए एक बड़ा बदलाव है। जैसे ही विलमार इंटरनेशनल पूरी तरह से नियंत्रण संभालने के लिए तैयार हो रहा है, उद्योग के अंदरूनी और बाहरी लोग यह देखने के लिए उत्सुक होंगे कि कंपनी भारत के प्रतिस्पर्धी FMCG बाजार में कैसे आगे बढ़ती है। आने वाले महीनों में अदानी विल्मर की रणनीतिक दिशा और प्रतिस्पर्धी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने की क्षमता महत्वपूर्ण होगी।

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