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BJP Wins Election In Delhi Against Kejriwal- बीजेपी ने छीनी केजरीवाल से दिल्ली की कुर्सी। दिल्ली में बनेगी अब भाजपा की सरकार 2025।

BJP Wins Election In Delhi Against Kejriwal-बीजेपी ने छीनी केजरीवाल से दिल्ली की कुर्सी। दिल्ली में बनेगी अब भाजपा की सरकार। आज 8 फरवरी 2025 को दिल्ली में हुए मुख्यमंत्री पद के चुनाव में मरी बजी , इस बार आम आदमी की पार्टी को बड़ा झटका लगा , दिल्ली से साफ होगी आम आदमी पार्टी की सरकार , मोदी जी बनाएंगे नै सरकार जाने पूरी खबर।

BJP Wins Election In Delhi Against Kejriwal-बीजेपी ने छीनी केजरीवाल से दिल्ली की कुर्सी। दिल्ली में बनेगी अब भाजपा की सरकार। आज 8 फरवरी 2025 को दिल्ली में हुए मुख्यमंत्री पद के चुनाव में मरी बजी , इस बार आम आदमी की पार्टी को बड़ा झटका लगा , दिल्ली से साफ होगी आम आदमी पार्टी की सरकार , मोदी जी बनाएंगे नै सरकार जाने पूरी खबर।

BJP Wins Election In Delhi 2025

दिल्ली चुनाव 2025: बीजेपी ने आप को हराकर रचा इतिहास, बहुमत के साथ बनाई सरकार

How many seats BJP win in Delhi election?

परिणाम और सीटों का वितरण

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। यह जीत लगभग तीन दशकों बाद राष्ट्रीय राजधानी में बीजेपी की सत्ता में वापसी को दर्शाती है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के साथ ही अरविंद केजरीवाल सरकार का अंत हो गया।

5 फरवरी 2025 को हुए इस चुनाव में 15 मिलियन से अधिक मतदाताओं में से 60% से अधिक ने मतदान किया। बीजेपी ने 70 में से 40 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया, जबकि आम आदमी पार्टी 17 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस इस चुनाव में खाता खोलने में भी नाकाम रही।

BJP Main winner candidate and their areas :- बीजेपी के प्रमुख विजेता और उनके निर्वाचन क्षेत्र.

बीजेपी के प्रमुख विजेता और उनके निर्वाचन क्षेत्र
मालवीय नगर – सतीश उपाध्याय (पूर्व एनडीएमसी उपाध्यक्ष और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष) ने यहां जीत दर्ज की।
आर.के. पुरम – अनिल शर्मा, जो पहले भी इस सीट से विधायक रह चुके हैं, फिर से विजयी हुए।
छतरपुर – कर्तार सिंह तंवर, जो पहले आप के विधायक थे और 2024 में बीजेपी में शामिल हुए थे, ने इस सीट पर जीत दर्ज की।
कालकाजी – रमेश बिधूड़ी ने आम आदमी पार्टी की मुख्यमंत्री उम्मीदवार आतिशी मार्लेना को हराया।

बदरपुर – नारायण दत्त शर्मा ने बीजेपी के लिए यह सीट जीती।
विश्वास नगर – ओम प्रकाश शर्मा, जो 2015 में बीजेपी के तीन विधायकों में से एक थे, ने फिर से यह सीट जीती।
गांधी नगर – अरविंदर सिंह लवली, जो 2024 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे, ने इस सीट पर जीत दर्ज की।
मादीपुर – कैलाश गंगवाल ने आप की राखी बिरला को 10,899 वोटों से हराया।

बीजेपी की जीत के मुख्य कारण
सुनियोजित प्रचार अभियान – बीजेपी ने मध्यम वर्ग के मतदाताओं को विशेष रूप से लक्षित किया। टैक्स में छूट और महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं के लिए वित्तीय सहायता के वादों ने मतदाताओं को आकर्षित किया।

मजबूत नेतृत्व – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और बीजेपी के विजन ने जनता का भरोसा जीता।
सही उम्मीदवारों का चयन – बीजेपी ने अनुभवी नेताओं को टिकट दिया और दूसरी पार्टियों से आए प्रभावशाली नेताओं को भी मौका दिया, जिससे उसका जनाधार बढ़ा।

Future of Delhi

दिल्ली के भविष्य पर प्रभाव
बीजेपी की सत्ता में वापसी से दिल्ली में एक नए युग की शुरुआत हुई है। पार्टी अब विकास और शहरी समस्याओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित करेगी। जनता के इस जनादेश ने यह संकेत दिया है कि वे बदलाव और प्रभावी नेतृत्व चाहते हैं।

Will BJP give full credit to the promises made in Delhi?- अब सभी की नजर इस पर होगी कि बीजेपी अपने वादों को कैसे पूरा करती है

अब सभी की नजर इस पर होगी कि बीजेपी अपने वादों को कैसे पूरा करती है और दिल्ली को किस दिशा में आगे बढ़ाती है। आने वाले वर्ष राजधानी की राजनीतिक दिशा को आकार देने में महत्वपूर्ण होंगे।

दिल्ली चुनाव 2025: बीजेपी की ऐतिहासिक जीत, आप को करारी शिकस्त

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शानदार जीत दर्ज करते हुए 40 सीटों पर कब्जा किया, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) केवल 17 सीटों तक सिमट गई। कांग्रेस पूरी तरह साफ हो गई। इस जीत के साथ, बीजेपी लगभग 30 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करने जा रही है।

BJP Winner candidates and their Location

Politics of Delhi from Independence of India

भारत की स्वतंत्रता के बाद दिल्ली की राजनीति का सफर
दिल्ली की राजनीति का इतिहास स्वतंत्रता के बाद से कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, दिल्ली को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला और तब से लेकर अब तक इसकी राजनीतिक संरचना में कई बड़े बदलाव हुए हैं।

  1. प्रारंभिक राजनीतिक दौर (1952-1993): कांग्रेस का वर्चस्व
    1952 में दिल्ली में पहला चुनाव हुआ, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने जीत दर्ज की।
    चौधरी ब्रह्म प्रकाश दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री बने।
    1956 में दिल्ली को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया और मुख्यमंत्री पद समाप्त कर दिया गया।
    1956 से 1993 तक दिल्ली में मेट्रोपॉलिटन काउंसिल द्वारा शासन किया जाता था, जिसमें प्रमुख रूप से कांग्रेस का दबदबा रहा।

Election commission result 2025

  1. 1993 में दिल्ली को आंशिक राज्य का दर्जा
    1991 में संविधान के 69वें संशोधन के तहत दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCT) घोषित किया गया।
    1993 में दिल्ली में फिर से विधानसभा का गठन हुआ और मुख्यमंत्री का पद बहाल कर दिया गया।
    पहला चुनाव (1993): भजन लाल शर्मा (बीजेपी) पहले मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनकी सरकार ज्यादा समय नहीं चली।

Delhi election result 2025

  1. शीला दीक्षित युग (1998-2013): कांग्रेस का स्वर्णकाल
    1998 में कांग्रेस की शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनीं और 15 साल तक शासन किया।
    उनके शासनकाल में दिल्ली मेट्रो, फ्लाईओवर, सड़कें और बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हुआ।
    हालांकि, 2013 में भ्रष्टाचार और महंगाई के मुद्दों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।

New CM of Delhi who ?

  1. आम आदमी पार्टी (AAP) का उदय (2013-2025)
    2013 में हुए चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) ने शानदार प्रदर्शन किया और 28 सीटें जीतीं।
    कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनी, लेकिन 49 दिनों में केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया।
    2015 के चुनाव में AAP ने 67/70 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया।
    2020 में फिर से केजरीवाल सरकार बनी और उन्होंने फ्री बिजली-पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य को मुख्य एजेंडा बनाया।

Parvesh Verma

  1. दिल्ली चुनाव 2025: बीजेपी की वापसी
    2025 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया।
    आम आदमी पार्टी केवल 17 सीटों पर सिमट गई, और कांग्रेस एक बार फिर शून्य पर रह गई।
    बीजेपी ने मोदी के नेतृत्व और विकास के वादों के दम पर जीत दर्ज की।
    दिल्ली की राजनीति का वर्तमान और भविष्य

Arvind Kejriwal

  1. अब दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है, जिससे विकास और प्रशासन पर नए सिरे से काम होगा।
    अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP की लोकप्रियता घटी, जिससे उनकी भविष्य की राजनीति पर सवाल खड़े हो गए।
    कांग्रेस अब दिल्ली की राजनीति में पूरी तरह हाशिए पर जा चुकी है।

Atishi

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