Dommaraju Gukesh :- FIDE विश्व शतरंज चैंपियनशिप में भारत के दंमोराजु गुकेष चीन केडिंग लिरेनहरा कर जित दर्ज की है। परिणाम पर एक गंभीर आरोप लगाया जा रहा है की चीन के डिंग लिरेन ने भारत के डी गुकेश से ‘जानबूझकर’ मैच हारने का आरोप लगाया जा रहा है।
D Gukesh: Chess Youngest Grandmaster
World Youngest chess champion
मौजूदा विश्व शतरंज चैंपियन डिंग लिरेन को गुरुवार को भारत के दंमोराजु गुकेश के खिलाफ 14वें और अंतिम खेल में की गई ‘भूल’ पर पछताना पड़ रहा है। लिरेन की खेल में निर्णय संबंधी गलती महंगी साबित हुई उनके लिए क्योंकि गुकेश ने इस गलती को भुलाया नहीं और खेल के इतिहास में सबसे कम उम्र के चैस विश्व चैंपियनशिप जितने वाले विश्व चैंपियन बन गए।
जहां शतरंज बिरादरी के अधिकांश लोग 18 वर्षीय गुकेश को इतिहास रचते हुए देख खुश और अब्ने उनको बधाई देते हुए अपनी अपनी खुसिया वीक की हैं, वहीं रूसी शतरंज महासंघ के प्रमुख आंद्रेई फिलाटोव ने चीन के लिरेन पर जानबूझकर खेल हारने का आरोप लगाया है, आगे पढ़िए।
Dommaraju Gukesh
रूसी समाचार एजेंसी TASS ने फिलाटोव के हवाले से अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) से इस खेल में जांच शुरू करने और परिणाम की जांच करने के लिए आग्रह किया है।
उन्होंने कहा, “आखिरी गेम के नतीजे ने पेशेवरों और शतरंज प्रशंसकों के बीच घबराहट और असुरक्ष्ता पैदा कर दी है। निर्णायक खंड में चीनी शतरंज खिलाड़ी डिंग लिरेन की हरकतें बेहद संदिग्ध देखि गई हैं और FIDE द्वारा एक अलग जांच को बिठाने की आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा, “डिंग लिरेन जिस स्थिति में लग रहे थे, उसे खोना एक प्रथम श्रेणी खिलाड़ी के लिए भी बहुत मुश्किल है। आज के खेल में चीनी शतरंज खिलाड़ी की हार से कई सवाल खड़े किये गए है और जानबूझकर की गई हारने की गलती का आरोप लगाया गया है।”
महान विश्व चैस चैंपियन विश्वनाथन आनंद की अविश्वसनीय विरासत को आगे बढ़ाते हुए, गुकेश प्रतिष्ठित खिलाड़ी के बाद प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने वाले दूसरे भारतीय विश्व चैस चैंपियन बन गए, विश्वनाथन आनंद जिनके पास अपने करियर में इसका पांच बार ताज हासिल था।
“अर्ध-सेवानिवृत्ति” में बसने के बाद, 55 वर्षीय आनंद ने, संयोगवश, चेन्नई में अपनी शतरंज अकादमी में गुकेश को यह आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिसेक कारण आज हमे भारत से दूसरा विश्व चैंपियन मिला है।
दोमराजु गुकेश ने मैच के 14वें और आखिरी समय में नियंत्रण गेम को जीतकर अपने चीनी प्रतिद्वंद्वी के 6.5 से मुकाबले अपेक्षित 7.5 अंक हासिल किए, जो कि अधिकांश भाग के लिए ड्रॉ की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा था। विश्व चैंपियन विजेता के रूप में, वह 2.5 मिलियन पुरस्कार राशि में से 1.3 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 11.03 करोड़ रुपये) की धन राशि मिली।
चेन्नई के मृदुभाषी खिलाड़ी ने ऐतिहासिक जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, “मैं पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहा हु। मुझे बहुत खुशी है कि मैंने सपना साकार किया (और इसे हकीकत में बदल पाया ) कहते हुए धन्यवाद किया।
The emotional moment that 18-year-old Gukesh Dommaraju became the 18th world chess champion 🥲🏆 pic.twitter.com/jRIZrYeyCF
— Chess.com (@chesscom) December 12, 2024
जीत के बाद मितभाषी किशोर खूब मुस्कुराया और जश्न में अपनी बहे ऊपर उठाईं, जो आमतौर पर खेलते समय उसके पोकर चेहरे से बिल्कुल भीं था। एक बार को जब मन में भावना घर कर गई, तो उसकी आँखों से एक या दो आँसू भी आगये गए, जो असुरक्षा समय के एक दुर्लभ क्षण को दर्शाता है।